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बुधवार, 25 नवंबर 2009
25
नवंबर
साहिल पे सुन रहा था समन्दर की धडकनें ..
1
इक सीख दे गयीं साहिल पे आ के लहरें ;
एक हद के बाद वापस लौट आना चाहिए।
साहिल पे सुन रहा था समंदर की धडकनें ;
लहरों को देख आवारगी का रोग लग गया.
1 Response to साहिल पे सुन रहा था समन्दर की धडकनें ..
Dr. Shreesh K. Pathak
25 नवंबर 2009 को 7:25 am बजे
उम्दा लिख गए गुरु..उम्दा..
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साहिल पे सुन रहा था समन्दर की धडकनें ..
बहुत लाज़िम है कि............
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1 Response to साहिल पे सुन रहा था समन्दर की धडकनें ..
उम्दा लिख गए गुरु..उम्दा..
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